Friday, 5 June 2015

ज़िन्दगी की ज़रूरत हो सकती है जानलेवा

इन्टरवल एक्सप्रेस
लखनऊ। शहर में जैसे जैसे गर्मी का पारा बढ़ता जा रहा है वैसे वैसे पीने के पानी की अहमियत बढ़ती जा रही है। सबसे ज्यादा पीने के पानी की दिक्कत राहगीरों और सड़क पर दौड़ते वाहन चालकों  को होती है। ऐसे में ठंडे पानी की मांग ज्यादा बढ़ जाती है। हर कोई बिसलेरी नहीं खरीद सकता इसलिए लोग पानी के पाउच खरीदते है। इन पानी के पाउच से प्यास तो बुझ जाती है मगर साथ ही कई बीमारियां भी  होने का खतरा बढ़ जाता है। शहर में खुलेआम पाउच के पानी की बिक्री हो रही है जबकि जिम्मेदार विभाग  आंखों पर पटटी बंधे बैठा है। गर्मी के मौसम में ये एक कारोबार के रुप में सामने आता है। जिसका बड़े पैमाने पर काम होता है। इस काम में बड़ो से लेकर बच्चे तक स•ाी लिप्त पाये जाते है।

 बस स्टैंड और चौराहे है मुख्य जगह
शहर के कई इलाकों सहित मुख्य  रूप से बस स्टैंड पर पानी का कारोबार चरम पर है। यहां पर निचले  स्तर की पॉलीथीन में दूषित पानी को भरकर बसों पर ओर चौराहों पर बेचा जा रहा है। गर्मी में गला सूखने और अपनी प्यास को बुझाने के लिए लोगों को मजबूरन इन पानी के पाउच को लेना पड़ता है। विशेषकर यात्री इन्हीं पालीथीन में भरे   दूषित पानी से को पी रहे है। शहर के बस स्टैंड पर हाथों में पाउच लिए आवाज लगाकर पानी बेचते बच्चे आसानी से देखे जा सकते हैं। लोग भी  मजबूरन इन्हें खरीदते हैं। पाउचों में भरा हुआ यह पानी अपेक्षाकृत साफ नहीं होता है। इन्हें आस पास के किसी भी  पानी के स्रोत से छोटी छोटी पॉलीथिनों में भर  लिया जाता है। उसके बाद बर्फ में ठंडा कर बच्चों को बेचने के लिए पकड़ा दिया जाता है। जहां बस स्टैंड पर गुजरने वाली बसों में और यात्रियों को अमूमन 2 रुपए में बेचते हैं।

स्वास्थ्य के  लिए घातक है दूषित जल
गर्मी में बेहाल लोगों के लिए पानी किसी अमृत से कम नहीं है। गर्मियों के मौसम में शुद्ध पेयजल स्वास्थ्य को ठीक रखने का सबसे अच्छा तरीका  है। लेकिन शहर में खुलेआम बि रहे इन पाउचों में भरा  हुआ दूषित पानी स्वास्थ्य के लिए काफी  नुकसान देह हैै। विशेषज्ञों की मानें तो पाउचों में जो पानी •ारा  होता है वो अमानक स्तर का होता है। जिसके कारण लोगों को पेट संबंधी रोगों और समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की तादाद में एक बड़ा हिस्सा दूषित पानी का सेवन करने वाले लोगों का होता है। चिकित्सकों के अनुसार गर्मी के मौसम में अधिक से अधिक शुद्ध पानी पीना चाहिए। साथ ही दूषित सामग्री के सेवन से भी  बचना चाहिए।
दूषित पानी पीने से इंसान को कई तरह की बीमारियां हो सकती है। शहर में खुले आम धड़ल्ले से पन्नी के पानी में कई तरह की बीमारियों को बेचा रहा है। दूषित पानी पीने से कई तरह की जानलेवा बीमारियां होती है जिनमें पीलिया, डायरिया, टाइफाइड आदि प्रमुख है। इसके अलावा त्वचा रोग, नेत्र रोग, पेट की तमाम बहुत सी गंभीर  बीमारियां होती है।

दस पैसे की पन्नी में बेचते है बीमारी

पान की गुमटी, परचून की दुकानों, और ढेलों पर 10 पैसे की पन्नी में आस पास के नल से सादा पानी •ारकर उसको बर्फ में लगाकर ठंडा करके बेचने का धंधा जोरो पर चल रहा है। इन पाउचों को एक रुपए से लेकर दो रुपए तक प्रति पाउच की दर से बेचा जा रहा है। इसके बावजूद स्वास्थ्य वि•ााग मूकदर्शक बना हुआ है।  इस तरह के दूषित पाउचों की बिक्री का कारबारों चरम पर पहुंच चुका है. जिस पर अंकुश लगाने वाला कोई •ाी नहीं है।
फायदा ही फायदा
पन्नियों में दूषित पानी को भरकर सड़क और बस स्टाप पर बेचने वालों के लिए ये एक ऐसा धंधा है जिसमें केवल फायदा ही फायदा है। इस गोरखधंधे लागत भी  नहीं आती लेकिन फायदा जमकर होता है। एक पानी के पाउच की कीमत दो रुपये से लेकर पांच रुपये तक हो सकती है। जिसमे लागत मात्र पैसों में आती है क्योकि ये लोग शहर में ही लगे पानी के पंप या सरकारी हैंडपंप से ही पानी को •ारते है और बर्फ में लगाकर उसको मनमाने दाम पर बेच देते है। दुकानदार गर्मी के तीखे तेवरों और प्रशासन के ढीले पड़े रवैये से पैसा बनाकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं।

ये है नियम
पानी बेचने के लिए फर्म का रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है इसके अलावा आईएसओ से प्रमाणित होना भी  अनिवार्य है। पीने योग्य पानी बेचने के लिए उसका प्यूरीफाइड होना भी  जरुरी है। साथ ही पानी के पाऊच पर उसकी एक्सपाइरी डेट का भी  होना जरुरी है।

वर्जन
शहर में बिक रहे पानी के अनधिकृत पाउच पर नगर निगम और फूड डिपार्टमेंट कार्रवाई करता है। इस तरह के पाउच से पेट की कई बीमारियां होती है। जिसमें पीलिया, डायरिया और हेपेटाइटिस मुख्य है। इसके अलावा दूषित पानी के सावन से कई जल जनित बीमारियां होती है।:::::::डॉ. अशुतोष दुबे चिकित्सा अधीक्षक सिविल अस्पताल

2:::: जो लोग  मानकों के विपरीत पानी बेच रहे है उनके खिलाफ अ•िायान चलाकर कार्रवाई की जाती है जो लोग पानी को विपरीत मानकों के विरुद्व बेच रहे है उनके विरुद्व मुकदमा दर्ज करवाया जाता है। सिटी मजिस्ट्रेट एस एन यादव

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