Monday, 15 June 2015

छवि साफ करने की कवायद में पलीता लगाते मंत्री



इन्टरवल  एक्सप्रेस
लखनऊ। सत्ता का नशा कहे या पद का अहंकार ,तमाम नसीहतोें  के बाद भी  समाजवादी पार्टी के नेता और मंत्री सुधरने का नही ले रहे है। आलम ये है कि सपा सरकार के मंत्री और नेता खुद को कानून और सरकार से ऊपर समझने लगे है। नेता अपने सत्ता के  मद में ऐसा चूर है कि समाजवाद का मतलब तक •ाूल गये है। कई बार मुख्यमंत्री व सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव  की चेतावनी का असर देखने को नहीं मिल रहा है। जिससे सपा की न सिर्फसाख पर बटटा लग रहा बाल्कि सरकार की विकास वाली छवि धूमिल करने का काम हो रहा है। जिसका परिणाम ये है कि विरोधियों कोभी  सरकार को घेरने का बैठे बैठाये मौका मिल रहा है। कानून व्यवस्था को लेकर  पहले से ही सरकार चिंतित है वही कानून तोड़ने पर आमदा  इन मंत्रियों  ने इसको सच साबित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखी है।

विकास पर भारी पड़ते मंत्रियों के कारनामे
एक तरफ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश के विकास की बात कर रहे है  वहीं उनके मंत्री इस विकास को विनाश में बदलने में लगे हुए है। जिसके चलते मुख्यमंत्री की छवि के साथ सरकार का भी  दामन दागदार हो रहा है। मेट्रो परियोजना, महिला सुरक्षा, आईटी हब जैसी प्रदेश की तरक्की के लिए बनी योजनाओं का प्रचार प्रसार न हो पा रहा हो लेकिन मंत्रियों की कारगुजारी पूरे प्रदेश में गूंज रही है। कई बार हिदायत देने के बावजूद मंत्री सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। उनके कारनामे भी  ऐसे है कि जिसमेें विकास का मुददा दब जा है और सरकार को चारों तरफ से आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है।

मंत्रियों के कारनामें
हाल ही में पिछड़ा वर्ग राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा पर हत्या का आरोप लगा है पत्रकार जोगेंद्र को पुलिस वालों ने घर में घुसकर पत्नी के सामने मिटटी का तेल डालकर इस लिए फूंक दिया क्योकि  पत्रकार ने फेसबुक पर मंत्री के कारनामों का खुलासा कर दिया था। पत्रकार का पोस्ट एक मंत्री को नगवार गुजरा कि उन्होंने उसकी जान लेली।
2:: राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त कैलाश चौरासिया पर एक आरटीओ से मारपीट और रंगदारी मांगने का एक ताजा मामला सामने आया है। आरोप है कि मिर्जापुर के आरटीओ चुन्नी लाल को न सिर्फ अपने घोष बस इतना था कि हाई कोर्ट के आदेश पर बाबू को ज्वाइनिग दे दी थी जिससे खफा मंत्री जी अपने पद प्रतिष्ठा को •ाूल मारपीट पर उतर आये। क्ेलाश चौरासिया पर इसके पहले भी  डाकिया पर मारपीट का आरोप लग चुका है।

3:: बीते दिनो समाजवादी के शिक्षा मंत्री कैबिनेट मंत्री विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह भी  अपनी मर्यादा लांगते नजर आये । गोंडा के व्यापारी पुत्र ने मंत्री के गाड़ी रोके जाने की खबर की कटिंग वाटस अप के ग्रुप में डाल दी थी फिर क्या था मंत्री जी का पारा सातवे आसमान पर पहुंच गया पंडित सिंह ने फोन पर सैकड़ो गाली दी और जान से मारने की धमकी भी  दी।

4::: पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री और योजना आयोग के सदस्य इकबाल अली ने भी  सरकार को बदनाम करने में कोई कमी नही की। फैजाबाद से लौटे हुए बाराबंकी के जैदपुर थाना क्षेत्र में लगे टोल टैक्स में पूर्व मंत्री के गुर्गो ने न सिर्फ टोल कर्मचारियों से मार पीट की बल्कि असलहों से फायरिंग की। पूर्व मंत्री के दंबगाई की ये तस्वीर टोल टैक्स पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने इस मामले में गनर और डाइवर को तो गिरफ्तकार कर लिया वहीं मंत्री को दूसरी गाड़ी में बैठा कर फरार करा दिया।
अगामी चुनाव में उठाना पड़ सकता है नुकसान
समाजवादी पार्टी के नेताओं और सरकार के मंत्री ही पार्टी के लिए खतरा बनते जा रहे है। जिस तरह से मंत्रियों और नेताओं पर आरोप लग रहे है उससे न सिर्फ सरकार की छवि खराब हो रही है बाल्कि उसके मिशन 2017 भी  खतरे में पड़ सकता है। हाल ही में सरकार के मंत्रियों और नेताओं पर हत्या,मारपीट, रंगदारी जैसे संगीन अपराधों में नाम आने से सरकार की काफी किरकिरी हुई है और सरकार की छवि को भी  काफी नुकसान हुआ है। विवादित बयान को लेकर भी  सरकार के कई मंत्रियों का नाम आये दिन आता रहता है। हाल में ही महिलाओं के ऊपर विवादित बयान देने वाले तोता राम मामले का मुख्यमंत्री ने स्वत: संज्ञान में लेते हुए फटकार लगाई थी उसके चंद दिन बाद ही राज्यमंत्री कैलाश चौरासिया द्वारा आरटीओ अधिकारी को मारने पीटने व रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया है। इन मामलों से साफ होता है कि सरकार के मंत्री ही मुख्यमंत्री की बात को गं•ाीरता से नहीं ले रहे है। ऐसे में सरकार के अगामी चुनाव की तैयारियों में ये मंत्री ही रोड़ा बनते जा रहे है।


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