Wednesday, 8 July 2015

यात्रियों के लिए बने बस स्टॉप पर अवैध कब्जे


इन्टरवल एक्सप्रेस
लखनऊ। सिटी बस सेवा के चलते शहर में जगह जगह पर बस स्टॉप बने हुए थे इन बस स्टापो पर बस को रुकना होता है जहां से यात्रियों को बस मिलती है। वर्तमान समय में महानगर में अनेक स्थानों पर बनाए गए बस स्टॉप पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जे कर लिए हैं। बस स्टाप पर अवैध कब्जा करके दुकान खोल कर बैठे हैं तो कहीं पर सब्जियों की दुकान रखकर बैठे हैं। इतना ही नहीं शहर के कई बस स्टापों पर बसे रुकती तक नहीं है। इसके अलावा बस स्टाप रिक्शा वालों की पनाहगाह बनते जा रहे है। गर्मी बरसात और जाडे में ये बस स्टाप इनके लिए छत का काम करते है। ये बस स्टाप को जिन उददेश्य के साथ खोला गया था वो उददेश्य से उनका पालन नहीं हो रहा है बल्कि अवैध कब्जेदारों के लिए ये स्टाप जन्नत साबित हाक रहे है।

शहर के ज्यादातर स्टाप पर अवैध कब्जा
सिटी बस स्टाप पर अवैध रूप से चल रहीं दुकानें हटाई जाएंगी। सिटी ट्रांसपोर्ट की ओर से शहर के 83 बस स्टापों का सर्वे किया गया। जिसमें से ज्यादातर बस स्टापों पर लोगो ने अवैध कब्जा कर रखा है यहां पर यात्रियों को बस का इंतजार नही करना पड़ता बल्कि वहां पर पान मसाला, सिगरेट सब्जी और स्टैंड के रुप में ये बस स्टापो का इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है। वि•ााग •ाी इस अवैध कब्जे को रोकने में असफल साबित हो रहा है।

क्षतिग्रस्त तक हो गये है बस स्टाप
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार अधिकांश बस स्टापों की हालत ऐसी है कि वहां पर जानवर •ाी बैठना नहीं पसंद करते। इसके अलावा इन बस स्टापों पर कब्जा करने वालो ने बैठने की सीटे तक निकाल दी है। बस स्टाप की छते जर्जर हालत में है उसमें से बरसात में पानी और गर्मी में धूप आती रहती है जिससे यात्रियों को आराम के बजाय तकलीफ ज्यादा उठानी पड़ती है। सिटी ट्रांसपोर्ट के दो अधिकारियों की टीम ने शहर के 83 बस स्टापों का सर्वे किया था।

कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति
बस स्टापो पर अवैध रुप से कब्जा कर के उन जगहों पर पान मसाले की दुकाने और सब्जि की दुकानें लगी हुई है। जिसपर जिम्मेदार वि•ााग आँख बंद करे हुए बैठा है। जब क•ाी कोई ऊपर से आदेश आता है तो आनन फानन में कार्रवाई के नाम पर एक दो बस स्टाप को खाली करवा दिया जाता है। जिससे पूरे अ•िायान का नाम देकर बंद कर दिया जाता है। शहर के कई बस स्टाप ऐसे है जहां पर यात्री तो खड़े होते है मगर बस नहीं रुकती है। इसके साथ ही उन स्टापों पर •ाी कोई कार्रवाई नही होती है जहां पर पार्किंग बना रखी है।

लिया जाता है सुविधा शुल्क
शहर के कई स्टाप ऐसे है जहां पर लोगो ने अवैध कब्जा कर दुकाने खोल रखी है इसके बदले में वो पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों को सुविधा शुल्क देते है। वि•ाागो की मिली •ागत से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद है। प्रतिदिन और प्रति सप्ताह के हिसाब से  इन दुकान दारों से सुविधा शुल्क लिया जाता है। सूत्रो के अनुसार पान की गुमटी से 50 रुपये व सब्जी की दुकानों से 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से पैसा लिया जाता है।

इन स्टापों पर अवैध कब्जा
बस स्टापों की जर्जर हालत और अवैध कब्जे के मामले में खुर्रम नगर रहीम नगर, मुंशी पुलिया से लेकर चारबाग तक के बस स्टापो पर अवैध कब्जेदारों का बोलबाला है। शहर के 70 प्रतिशत बस स्टाप या तो खराब है या तो उनपर अवैध कब्जेदारो का बोलबाला है। इनके कब्जे से सबसे ज्यादा दिक्कत जो होती है वो यात्रियो को होती है। यात्रियो की सुविधा के लिए बने ये बस स्टाप आज उनकी ही परेशानियों को बढ़ा रहे है।

No comments:

Post a Comment