इन्टरवल एक्सप्रेस
लखनऊ। प्रदेश में सबसे ज्यादा सुरक्षित कही जानी वाली राजधानी बभी अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नजर नहीं आ रही है। जिस प्रदेश की राजधानी में ही महिला सुरक्षित न हो उसके अन्य जिलों में महिलाओं की सुरक्षा की अंदाजा असानी से लगाया जा सकता है। आये दिन हो रही घटनाओं ने महिलाओं को घर में दुबक कर रहने को मजबूर दिया है। छेड़ छाड़, बलात्कार, छीटाकाशी, सरे राह लडकी को अगवाकर लेने की घटनाएं रोज सुबह अखबार की सुर्खियां बन जाती है। महिला संबधी अपराध को रोकने के लिए कई योजनाओं की शुरु की है मगर सब बे असर साबित हुई है। गौरी हत्याकांड ने तो शहर की कानून व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया उससे पहले मोहनलालगंज में महिला की बलात्कार कर के नृशंस हत्या कर दी गई थी। इन घटनाओं के बाद •ाी राजधानी में महिलाएं कितनी सुरक्षित है इसकी बानगी हाल में हुई संगीन वारदातें स्वयं ही बयान करती है। हजरतगंज में बुजुर्ग महिला की दिनदहाड़े घर में घुसकर हत्या कर दी गई। इसके अलावा विवाहिता को दहेज के लिए सूली पर चढ़ा दिया गया। यह सब घटनाएं बढ़ रहे महिला सम्बन्धी क्राइम ग्राफ की और इशारा कर रही है।
कठोर कार्रवाई ना होने से बढ़ी घटनाएं
मोहनलालगंज हो या गौरी हत्याकांड सभी केसों में पुलिस की लापरवाही सामने आई है महिलाओं के प्रति जितनी सरकार ओर पुलिस गं•ाीर नजर आने का ड्रामा करती है हकीकत में उतनी है नहीं। हाल में महिलाओं के प्रति हिंसा के मामलों में तेजी से बढोत्तरी हुई है। घर से लेकर सड़क तक कहीं भी महिला सुरक्षित नहीं नजर आती है इसके बावजूद पुलिस महकमा की उदासीनता उनको और निराश करती है। शोहदों द्वारा सरे राह लडकियों को छेड़ा जाता है ऐसे लोगों पर श्किंजा कसने के लिए पुलिस ने अ•िायान भी चलाया मगर वो भी कुछ दिनों बाद ही फुस्स हो गया।
धरी रह गई योजनाएं
सरकार ने महिलाओं पर हो रहे अपराध को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1090 की शुरुवात की जिसका अशार भी हुआ मगर कुछ ही महीनों में ये सेवा भी अपराध को र७ोकने में नाकाम साबित हो रही है कई बार तो महिलाओं और लडकियों की शिकायत रहती है कि नंबर मिलता ही नहीं है ऐसे में यदि कोई मुसीबत में हो तो हेल्प कैसे मिलेगी। इसके अलावा यहां घरेलू हिंसा निरोधक कानून बनने के 10 साल के बाद ही मामलों को निस्तारण के लिए जिला संरक्षा अधिकारियों की पूर्णकालिक नियुक्ति नहीं हो पाई है, जिसे लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए जवाब तलब किया है।
घर के अंदर भी नहीं सुरक्षित महिलाएं
शहर के अंदर महिला सुरक्षा कितनी चुस्त दुरुस्त है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो अपने घर के अंदर ही अब सुरक्षित नहीं रह गई है। हजरतगंज में दिन दहाडें एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी है। जिसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है इसके अलावा घर में घुसकर दंबगो द्वारा मड़ियाव क्षेत्र में लङ्मकी के साथ दुराचार करने की भी घटना सामने आई है हलाकि अ•ाी इसकी पुष्टि नहीं हुई है ।
घटनाएं जिनमें नहीं हुई कार्रवाई
27 जून- पीजीआई इलाके के सु•ाानी खेड़ा स्थित जंगल में युवती का शव अर्द्धनग्न अवस्था में औंधे मुंह पड़ा मिला था। घटना स्थल से शराब, बियर, मिनरल वाटर की बोतले और बिरयानी के दोने मिले हैं। साथ ही आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महिला के साथ कोई दुराचार नहीं हुआ था। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुराचार की पुष्टि न होने के बाद पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी है। सूत्रों के अनुसार पुलिस हत्यारों के करीब पहुँच चुकी है। महिला की शिनाख्त हो चुकी है। बिहार निवासी महिला के परिजनों से पुलिस पूछताछ में जुटी है।
30 जून- चिनहट कोतवाली क्षेत्र में एक छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला प्रकाश में आया था। पीड़ित छात्रा के मुताबिक बीते 15 जून को तारा का पुरवा गांव निवासी कौशल यादव व लवकुश मौर्या उर्फ बाबा ने एक प्राइवेट अस्पताल में नौकरी दिलाने के बहाने उसे अपनी लग्जरी गाड़ी में बैठाकर इमलीबांध बाबा मंदिर के जंगल में लेकर गये। वहां उसके साथ गैंगरेप कर वीडियो क्लिप बना ली। छात्रा के विरोध करने पर आरोपियों ने वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी थी। और किसी को बताने पर पूरे परिवार को जान से मारने की दी। बदनामी के डर से छात्रा ने यह बात किसी को नही बताई। 27 जून की शाम आरोपी लवकुश व कौशल छात्रा के घर पहुॅचे और वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर छोटी बहन को रात में जंगल में लाने की बात कहकर चले गये। छात्रा जब रात को आरोपियों द्बारा बुलाये गये पते पर नही पहुॅची तो आरोपियों ने गैंगरेप की वीडियो क्लिप पूरे गांव में बांट दिया। वीडियो क्लिप सार्वजनिक होते ही छात्रा के सब्र का बांध टूट गया और उसने अपने साथ हुयी दरिदगी की बात परिजनों को बताई। छात्रा के परिजनों ने आरोपियों के कुकर्मो की शिकायत महिला थाने में की है।
6 जुलाई- राजधानी के हजरतगंज इलाके में दिनदहाड़े बुजुर्ग महिला रामरती की गला घोट कर हत्या कर दी गई। नवल किशोर रोड निवासी 89 वर्षीय रामरति देवी तीसरी मंजिल पर बने घर में दो बेटे, उनके परिवार व एक स्व. बेटे के परिवार के साथ रहती थी। रामरती की बहु शारदा ने बताया था कि दोपहर करीब 2:30 के वक्त उसने रामरती को खाना दिया। इसके बाद शारदा अपने कमरे में टीवी देखने लगी। परिजनों ने बताया की रामरती खाना खाने के बाद हमेशा सोने के लिए अपने कमरे में चली जाती थी। करीब तीन बजे दूसरी बहु सरला •ाी उनके कमरे से चली आई।जब परिवार वालों ने देखा तो महिला के मुंह पर तकिया रखी हुई थी और उनके सिर पर किसी •ाारी वास्तु से वार किया गया था। पूरा बिस्तर खून से सना था। जिसका खुलासा आज तक नहीं हो पाया।
22 जुलाई- राजधानी के मानकनगर इलाके में रहने वाली एक विवाहिता को दहेज के लिए सूली पर चढ़ा दिया गया। प्राइवेट कम्पनी कर्मचारी विनोद शर्मा पत्नी 35 वर्षीय संतोष कुमारी व दो बच्चों के साथ रामप्रसाद खेड़ा में रहता था। संतोष की मां तेजकुमारी ने आरोप लगाया था कि बीते 18 जुलाई को विनोद पत्नी संतोष को अधमरी अवस्था में मायके छोड़कर चला गया। परिवार वालों ने संतोष को इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में •ार्ती कराया, जहां 22 की देर रात उसकी मौत हो गयी थी। पुलिस ने इस मामले में संतोष के पति विनोद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। लेकिन गिरफ़्तारी के नाम पर आज तक कुछ नहीं हुआ।
25 जुलाई- आशियाना थानाक्षेत्र के खजाना मार्केट के पास बने नाले में शनिवार सुबह महिला का अर्धनग्न शव पड़ा देखा गया। जिसकी सूचना राहगीरों ने पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर आशियाना पुलिस पहुंची और शव को आनन-फानन में बाहर निकलवाया। पहचान कराने के लिए आस-पास के लोगो से पहचान कराने की कोशिश की लेकिन महिला की पहचान नही हो सकी। आशंका जताई जा रही है महिला की बलात्कार के बाद हत्या कर शव पहचान छिपाने के नियत से नाले में ड्डफेका गया है। महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी है। राजधानी के अन्य थानो और आस पास के जिलों में •ाी महिला की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी जुटाई जा रही है।
#महिला सुरक्षा #राजधानी #पुलिस
लखनऊ। प्रदेश में सबसे ज्यादा सुरक्षित कही जानी वाली राजधानी बभी अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नजर नहीं आ रही है। जिस प्रदेश की राजधानी में ही महिला सुरक्षित न हो उसके अन्य जिलों में महिलाओं की सुरक्षा की अंदाजा असानी से लगाया जा सकता है। आये दिन हो रही घटनाओं ने महिलाओं को घर में दुबक कर रहने को मजबूर दिया है। छेड़ छाड़, बलात्कार, छीटाकाशी, सरे राह लडकी को अगवाकर लेने की घटनाएं रोज सुबह अखबार की सुर्खियां बन जाती है। महिला संबधी अपराध को रोकने के लिए कई योजनाओं की शुरु की है मगर सब बे असर साबित हुई है। गौरी हत्याकांड ने तो शहर की कानून व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया उससे पहले मोहनलालगंज में महिला की बलात्कार कर के नृशंस हत्या कर दी गई थी। इन घटनाओं के बाद •ाी राजधानी में महिलाएं कितनी सुरक्षित है इसकी बानगी हाल में हुई संगीन वारदातें स्वयं ही बयान करती है। हजरतगंज में बुजुर्ग महिला की दिनदहाड़े घर में घुसकर हत्या कर दी गई। इसके अलावा विवाहिता को दहेज के लिए सूली पर चढ़ा दिया गया। यह सब घटनाएं बढ़ रहे महिला सम्बन्धी क्राइम ग्राफ की और इशारा कर रही है।
कठोर कार्रवाई ना होने से बढ़ी घटनाएं
मोहनलालगंज हो या गौरी हत्याकांड सभी केसों में पुलिस की लापरवाही सामने आई है महिलाओं के प्रति जितनी सरकार ओर पुलिस गं•ाीर नजर आने का ड्रामा करती है हकीकत में उतनी है नहीं। हाल में महिलाओं के प्रति हिंसा के मामलों में तेजी से बढोत्तरी हुई है। घर से लेकर सड़क तक कहीं भी महिला सुरक्षित नहीं नजर आती है इसके बावजूद पुलिस महकमा की उदासीनता उनको और निराश करती है। शोहदों द्वारा सरे राह लडकियों को छेड़ा जाता है ऐसे लोगों पर श्किंजा कसने के लिए पुलिस ने अ•िायान भी चलाया मगर वो भी कुछ दिनों बाद ही फुस्स हो गया।
धरी रह गई योजनाएं
सरकार ने महिलाओं पर हो रहे अपराध को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1090 की शुरुवात की जिसका अशार भी हुआ मगर कुछ ही महीनों में ये सेवा भी अपराध को र७ोकने में नाकाम साबित हो रही है कई बार तो महिलाओं और लडकियों की शिकायत रहती है कि नंबर मिलता ही नहीं है ऐसे में यदि कोई मुसीबत में हो तो हेल्प कैसे मिलेगी। इसके अलावा यहां घरेलू हिंसा निरोधक कानून बनने के 10 साल के बाद ही मामलों को निस्तारण के लिए जिला संरक्षा अधिकारियों की पूर्णकालिक नियुक्ति नहीं हो पाई है, जिसे लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए जवाब तलब किया है।
घर के अंदर भी नहीं सुरक्षित महिलाएं
शहर के अंदर महिला सुरक्षा कितनी चुस्त दुरुस्त है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो अपने घर के अंदर ही अब सुरक्षित नहीं रह गई है। हजरतगंज में दिन दहाडें एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी है। जिसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है इसके अलावा घर में घुसकर दंबगो द्वारा मड़ियाव क्षेत्र में लङ्मकी के साथ दुराचार करने की भी घटना सामने आई है हलाकि अ•ाी इसकी पुष्टि नहीं हुई है ।
घटनाएं जिनमें नहीं हुई कार्रवाई
27 जून- पीजीआई इलाके के सु•ाानी खेड़ा स्थित जंगल में युवती का शव अर्द्धनग्न अवस्था में औंधे मुंह पड़ा मिला था। घटना स्थल से शराब, बियर, मिनरल वाटर की बोतले और बिरयानी के दोने मिले हैं। साथ ही आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महिला के साथ कोई दुराचार नहीं हुआ था। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुराचार की पुष्टि न होने के बाद पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी है। सूत्रों के अनुसार पुलिस हत्यारों के करीब पहुँच चुकी है। महिला की शिनाख्त हो चुकी है। बिहार निवासी महिला के परिजनों से पुलिस पूछताछ में जुटी है।
30 जून- चिनहट कोतवाली क्षेत्र में एक छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला प्रकाश में आया था। पीड़ित छात्रा के मुताबिक बीते 15 जून को तारा का पुरवा गांव निवासी कौशल यादव व लवकुश मौर्या उर्फ बाबा ने एक प्राइवेट अस्पताल में नौकरी दिलाने के बहाने उसे अपनी लग्जरी गाड़ी में बैठाकर इमलीबांध बाबा मंदिर के जंगल में लेकर गये। वहां उसके साथ गैंगरेप कर वीडियो क्लिप बना ली। छात्रा के विरोध करने पर आरोपियों ने वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी थी। और किसी को बताने पर पूरे परिवार को जान से मारने की दी। बदनामी के डर से छात्रा ने यह बात किसी को नही बताई। 27 जून की शाम आरोपी लवकुश व कौशल छात्रा के घर पहुॅचे और वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर छोटी बहन को रात में जंगल में लाने की बात कहकर चले गये। छात्रा जब रात को आरोपियों द्बारा बुलाये गये पते पर नही पहुॅची तो आरोपियों ने गैंगरेप की वीडियो क्लिप पूरे गांव में बांट दिया। वीडियो क्लिप सार्वजनिक होते ही छात्रा के सब्र का बांध टूट गया और उसने अपने साथ हुयी दरिदगी की बात परिजनों को बताई। छात्रा के परिजनों ने आरोपियों के कुकर्मो की शिकायत महिला थाने में की है।
6 जुलाई- राजधानी के हजरतगंज इलाके में दिनदहाड़े बुजुर्ग महिला रामरती की गला घोट कर हत्या कर दी गई। नवल किशोर रोड निवासी 89 वर्षीय रामरति देवी तीसरी मंजिल पर बने घर में दो बेटे, उनके परिवार व एक स्व. बेटे के परिवार के साथ रहती थी। रामरती की बहु शारदा ने बताया था कि दोपहर करीब 2:30 के वक्त उसने रामरती को खाना दिया। इसके बाद शारदा अपने कमरे में टीवी देखने लगी। परिजनों ने बताया की रामरती खाना खाने के बाद हमेशा सोने के लिए अपने कमरे में चली जाती थी। करीब तीन बजे दूसरी बहु सरला •ाी उनके कमरे से चली आई।जब परिवार वालों ने देखा तो महिला के मुंह पर तकिया रखी हुई थी और उनके सिर पर किसी •ाारी वास्तु से वार किया गया था। पूरा बिस्तर खून से सना था। जिसका खुलासा आज तक नहीं हो पाया।
22 जुलाई- राजधानी के मानकनगर इलाके में रहने वाली एक विवाहिता को दहेज के लिए सूली पर चढ़ा दिया गया। प्राइवेट कम्पनी कर्मचारी विनोद शर्मा पत्नी 35 वर्षीय संतोष कुमारी व दो बच्चों के साथ रामप्रसाद खेड़ा में रहता था। संतोष की मां तेजकुमारी ने आरोप लगाया था कि बीते 18 जुलाई को विनोद पत्नी संतोष को अधमरी अवस्था में मायके छोड़कर चला गया। परिवार वालों ने संतोष को इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में •ार्ती कराया, जहां 22 की देर रात उसकी मौत हो गयी थी। पुलिस ने इस मामले में संतोष के पति विनोद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। लेकिन गिरफ़्तारी के नाम पर आज तक कुछ नहीं हुआ।
25 जुलाई- आशियाना थानाक्षेत्र के खजाना मार्केट के पास बने नाले में शनिवार सुबह महिला का अर्धनग्न शव पड़ा देखा गया। जिसकी सूचना राहगीरों ने पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर आशियाना पुलिस पहुंची और शव को आनन-फानन में बाहर निकलवाया। पहचान कराने के लिए आस-पास के लोगो से पहचान कराने की कोशिश की लेकिन महिला की पहचान नही हो सकी। आशंका जताई जा रही है महिला की बलात्कार के बाद हत्या कर शव पहचान छिपाने के नियत से नाले में ड्डफेका गया है। महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी है। राजधानी के अन्य थानो और आस पास के जिलों में •ाी महिला की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी जुटाई जा रही है।
#महिला सुरक्षा #राजधानी #पुलिस


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