इन्टरवल एक्सप्रेस
लखनऊ। रमजान के पवित्र महीने में रोजाअफ्तार के जरिये राजनीतिक दल वोट बैक की राजनीति करने में भी पीछे नहीं हट रहे है। प्रदेश का मुस्लिम वोट बैंंक सपा सरकार का माना जाता है मगर इस बार नई पार्टियां सपा के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध मारने की कोशिश में लगी है। उनकी इस कोशिश में मुस्लिम समुदाय का पवित्र महीना रमजान जरिया बना हुआ है। इसके अलावा संघ भी अपनी मुस्लिम विरोधी छवि को तोड़ने के लिए रमजान में रोजा अफ्तार का सहारा लिये हुए है। रोजा अफ्तार के जरिये मुस्लिम वोट बैंक में सेंध मारने की इन पार्टियों की कोशिश कितनी कारगार साबित होगी ये तो समय बतायेगा फिलहाल प्रदेश में आम आदमी पार्टी और औवेशी की एमआईएम पार्टी की मुस्लिम के बीच पैठ बनाने से सपा और बसपा की धड़कने बढ़नी तय है।
मुस्लिम समुदाय की नब्ज टटोलने आये थे ओवैशी
प्रदेया में प्रशासन द्वारा औवेशी को जन सभा पर रोक लगाने के बाद औवेशी ने रोजा अफ्तार के जरिये लोगों में पैठ बनानी शुरु कर दी है।अभी कुछ दिनो पहले मेरठ में औवेशी की पार्टी एमआईएमआईएम के द्वारा मेरठ में रोजा अफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ। जिसमें एमआईएमआईएम के अध्यक्ष औवेशी ने खुद शिरकत की। वो अफ्तार के दौरान लोगो से मिले भी और इसी बहाने अपनी पार्टी की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की। अंत में वो जाते जाते इस बात का ऐलान भी कर गये कि अगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी प्रदेश में चुनाव लड़ेगी। २२उनकी इस घोषणा से विरोधी पार्टियों में हलचल मच गई है।
आम आदमी पार्टी ने भी करवाया रोजा अफ्तार
दिल्ली में अप्रत्याशित जीत के बाद आम आदमी पार्टी का अगला मिशन उत्तर प्रदेश है। यहां की राजनीति विकास पर कम ओर जातिवाद पर ज्यादा होती है। प्रदेश में मुस्लिम वोट बैंक निर्णायक भूमिका निभाते है। इसी के मददे नजर आम आदमी पार्टी ने अभी से मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति शुरु कर दी है। इसी के तहत रोजा अफ्तार पार्टी का आयोजन पार्टी की तरफ से राजधानी स्थित लालबाग पैलेस में किया गया। जिसमें आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह के साथ शिया सुन्नी धर्मगुरु भी शमिल हुए। जो राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मुस्लिम विरोधी छवि तोड़ने की फिराक में संघ
अपनी मुस्लिम विरोधी छवि को बदलने के लिए बेताब संघ ने अपनी परंपरा को तोड़ते हुए रमजान में पहली बार रोजा अफ्तार का आयोजन किया। यह इफ्तार पार्टी संसद के एनेक्सी में आयोजित की गयी इस पार्टी में देश की मुस्लिम हस्तियों के साथ ही कई देशों के मुस्लिम राजदूतों ने शिरकत की। संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने इस रोजा इफ्तार का आयोजन किया था। संघ के इस रोजा इफ्तार को मुसलमानों के करीब आने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के बीच संघ की छवि एक कटटरवादी पार्टी के तौर पर है जिसको बदलने की कवायद में संघ लगी हुई है। यदि ऐसा सं•ाव हुआ तो प्रदेश में अगामी विधानस•ाा चुनाव में संघ समर्थित •ााजपा को चुनावी फायदा मिलेगा।
सपा हर साल कराती है अफ्तार
समाजवादी पार्टी का मुस्लिम समुदाय से और मुस्लिम समुदाय का पार्टी से लगाव जग जाहिर है। पार्टी को प्रदेश का मुस्लिम समुदाय हिजैषी के रुप में देखता रहा है। पार्टी हर साल रमजान में रोजा अफ्तार पार्टी करवाती है। इस रोजा अफ्तार में मुख्यमंत्री से लेकर पार्टी के कई बड़े नेता शिरकत •ाी करते है। हाल ही में राजधानी के ऐशबाग ईद गाह मे पार्टी की नगर इकाई द्वारा रोजा अफ्तार का आयोजन करवाया गया था जिसमें शिवपाल अहमद हसन जैसे बड़े नेता शामिल •ाी हुए थे।
#पार्टियों का रोज़ा अफ्तार #सपा #संघ #भाजपा #उत्तर प्रदेश चुनाव २०१७
लखनऊ। रमजान के पवित्र महीने में रोजाअफ्तार के जरिये राजनीतिक दल वोट बैक की राजनीति करने में भी पीछे नहीं हट रहे है। प्रदेश का मुस्लिम वोट बैंंक सपा सरकार का माना जाता है मगर इस बार नई पार्टियां सपा के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध मारने की कोशिश में लगी है। उनकी इस कोशिश में मुस्लिम समुदाय का पवित्र महीना रमजान जरिया बना हुआ है। इसके अलावा संघ भी अपनी मुस्लिम विरोधी छवि को तोड़ने के लिए रमजान में रोजा अफ्तार का सहारा लिये हुए है। रोजा अफ्तार के जरिये मुस्लिम वोट बैंक में सेंध मारने की इन पार्टियों की कोशिश कितनी कारगार साबित होगी ये तो समय बतायेगा फिलहाल प्रदेश में आम आदमी पार्टी और औवेशी की एमआईएम पार्टी की मुस्लिम के बीच पैठ बनाने से सपा और बसपा की धड़कने बढ़नी तय है।
मुस्लिम समुदाय की नब्ज टटोलने आये थे ओवैशी
प्रदेया में प्रशासन द्वारा औवेशी को जन सभा पर रोक लगाने के बाद औवेशी ने रोजा अफ्तार के जरिये लोगों में पैठ बनानी शुरु कर दी है।अभी कुछ दिनो पहले मेरठ में औवेशी की पार्टी एमआईएमआईएम के द्वारा मेरठ में रोजा अफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ। जिसमें एमआईएमआईएम के अध्यक्ष औवेशी ने खुद शिरकत की। वो अफ्तार के दौरान लोगो से मिले भी और इसी बहाने अपनी पार्टी की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की। अंत में वो जाते जाते इस बात का ऐलान भी कर गये कि अगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी प्रदेश में चुनाव लड़ेगी। २२उनकी इस घोषणा से विरोधी पार्टियों में हलचल मच गई है।
आम आदमी पार्टी ने भी करवाया रोजा अफ्तार
दिल्ली में अप्रत्याशित जीत के बाद आम आदमी पार्टी का अगला मिशन उत्तर प्रदेश है। यहां की राजनीति विकास पर कम ओर जातिवाद पर ज्यादा होती है। प्रदेश में मुस्लिम वोट बैंक निर्णायक भूमिका निभाते है। इसी के मददे नजर आम आदमी पार्टी ने अभी से मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति शुरु कर दी है। इसी के तहत रोजा अफ्तार पार्टी का आयोजन पार्टी की तरफ से राजधानी स्थित लालबाग पैलेस में किया गया। जिसमें आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह के साथ शिया सुन्नी धर्मगुरु भी शमिल हुए। जो राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मुस्लिम विरोधी छवि तोड़ने की फिराक में संघ
अपनी मुस्लिम विरोधी छवि को बदलने के लिए बेताब संघ ने अपनी परंपरा को तोड़ते हुए रमजान में पहली बार रोजा अफ्तार का आयोजन किया। यह इफ्तार पार्टी संसद के एनेक्सी में आयोजित की गयी इस पार्टी में देश की मुस्लिम हस्तियों के साथ ही कई देशों के मुस्लिम राजदूतों ने शिरकत की। संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने इस रोजा इफ्तार का आयोजन किया था। संघ के इस रोजा इफ्तार को मुसलमानों के करीब आने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के बीच संघ की छवि एक कटटरवादी पार्टी के तौर पर है जिसको बदलने की कवायद में संघ लगी हुई है। यदि ऐसा सं•ाव हुआ तो प्रदेश में अगामी विधानस•ाा चुनाव में संघ समर्थित •ााजपा को चुनावी फायदा मिलेगा।
सपा हर साल कराती है अफ्तार
समाजवादी पार्टी का मुस्लिम समुदाय से और मुस्लिम समुदाय का पार्टी से लगाव जग जाहिर है। पार्टी को प्रदेश का मुस्लिम समुदाय हिजैषी के रुप में देखता रहा है। पार्टी हर साल रमजान में रोजा अफ्तार पार्टी करवाती है। इस रोजा अफ्तार में मुख्यमंत्री से लेकर पार्टी के कई बड़े नेता शिरकत •ाी करते है। हाल ही में राजधानी के ऐशबाग ईद गाह मे पार्टी की नगर इकाई द्वारा रोजा अफ्तार का आयोजन करवाया गया था जिसमें शिवपाल अहमद हसन जैसे बड़े नेता शामिल •ाी हुए थे।
#पार्टियों का रोज़ा अफ्तार #सपा #संघ #भाजपा #उत्तर प्रदेश चुनाव २०१७

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