Friday, 22 May 2015

वर्दी के जरिये सेवाभाव ही मेरा मकसद-मानिक राम सिंह


इन्टरवल एक्सप्रेस
लखनऊ। मेहनत और लक्ष्य के प्रति समर्पण जिसके अंदर ये दोनो चीजे है वो इंसान कठिन से कठिन मंजिल भी  असानी से पा सकता है। मूलरुप से जलालपुर जिला अम्बेडकर नगर के निवासी एसपी ट्रांस गोमती मानिक राम सिंह राजधानी की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में लगे हुए है। अपने परिवारिक जिम्मेदारियों के साथ वो जनता के प्रति अपनी जवाब देही का भी  निर्वाहन बखूबी कर रहे है। घटनास्थल पर पहुंचना, लोगों के बीच सक्रिय रहना और तुरंत कार्रवाई करना उनकी खासियत है। उनके आने से ट्रांस गोमती इलाके में आये दिन अभियान चलाकर अपराधियों की धरपकड़ करने में लगे हुए है। इस कठिन नौकरी के बीच उन्होंने अपनी लाइफ स्टाइल के बारे में इंटरवल एक्सप्रेस की खास मुलाकात के जरिये अपनी बाते साझा की।

अपने बारे में बताये 
मेरा जन्म 1968 में रामपुर चांडी दिहा गांव में हुआ था इस वक्त ये गांव अम्बेडकर नगर जिले में आता है मगर पहले ये फैजाबाद जिले में हुआ करता है मैने अपने प्रारम्•िाक शिक्षा सौन गांव के प्राथमिक विद्यालय से प्राप्त की इसके बाद इंटर तक की पढ़ाई बड़ा गांव स्थित जनता इंटर कालेज से प्राप्त की। इसके बाद स्नातक और परास्नातक की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रहण की। मैने दर्शन शास्त्र से एमए किया है। इसके बाद मैने 1990 के पीसीएस बैच में मेरा सलेक्शन हुआ।

पुलिस में आने का कोई खास मकसद आपका ?
मेरे परिवार में कोई भी पुलिस विभाग  में नही था और मेरा पुलिस के प्रति कोई खास आकर्षण नहीं था लेकिन जनता करी सेवा करने का जो मौका पुलिस को मिलता है वो किसी और विभाग में नहीं मिल पाता। मेरा जनता की सेवा करने का हमेशा से ही मोटिव रहा है ऐसे में पुलिस विभाग  में मेरी पोस्टिग होने से मेरा ये सपना •ाी पूरा हो गया। पुलिस के पास कोई भी  अमीर मदद के लिए नहीं आता जो आते है वो गरीब होते है जब वो सब कहीं से निराश हो जाते है तो वो पुलिस का सहारा लेते है उनको उम्मीद होती है कि पुलिस उनकी मदद करते है। इसके अलावा •ाी पुलिस विभाग  में मदद करने के बहुत मौके मिलते है। पुलिस की वर्दी शहरवासियों को सुरक्षित होने का एहसास दिलाती है।

पुलिस में क्या बदलाव महसूस करते है
मार्डन समय में पुलिस भी  मार्डन हो गई है अब पुलिस साइकिल से नहीं चलती है उसके पास भी  मार्डन जमाने की बाइक और चार पहिया वाहन है। वक्त के साथ पुलिस में बदलाव होना भी  जरुरी है। 100 नंबर पर सूचना देने से अब घटनास्थल पर पुलिस तुरंत पहुंच जाती है। टेक्नालॉजी का फायदा पुलिस विभाग  ने बखूबी उटाया है अब आन लाइन एफआईआर दर्ज करवाने की प्रणाली आ जाने से थानों पर फरियादियों की  भीड़  कम हो गई है।

अपना यादगार पल बताये?
मुझे याद है कि मेरी जव पहली पोस्टिग 96 में हुई थी। पोस्टिंग के एक महीने बाद ही विधायक की हत्या कर दी गई। उस वक्त प्रदेश में राज्यपाल का शासन था। विधायक की हत्या के बाद पूरे क्षेत्र का महौल तनावपूर्ण हो गया। घटनास्थल पर पहुंचने वाला मैं पहला शख्स था। उस वक्त मैने ये जाना कि जनता के बीच रहना कितना फायदेमंद होता है लोगों ने मेरे काम को सराहा और पुलिस विभाग  की तरफ सभी  मुजको इस काम के लिए सराहा गया।

क्या कभी  राजनीतिक लोगों से पाला पड़ा है ?
कभी  मेरा ऐसा लोगों से आमने सामने पाला नहीं पड़ा मगर फोन पर अक्सर ऐसे लोगों से बात होती है जो पार्टी का नाम बताकर पकड़े गये लोग को छोड़ने का दबाव बनाते है। किसी नेता के खास आदमी या मंत्री से परिवारिक रिश्ते होने का दावा कर के दबाव बनाने का काम करते है मगर मेरी विवेचना या जांच में यदि वो व्यक्ति गलत पाया जाता है तो मैं छोड़ता नहीं हूं। फिर ये तो राजनीति का एक हिस्सा है।

परिवार को कितना समय देते है?
मेरे परिवार में पत्नी और दो बेटे है परिवार के लिए समय ही नहीं मिल पाता है। उनके अध्यापन पर भी  ध्यान नही  दे पाता हूं। कभी कभी  तो मुलाकात तक नहीं हो पाती बच्चों से क्योकि किसी केस में उलझ जाता हूं तो रात में देर से पहुंचता हूं और तब तक वो सो जाते है। परिवार को समय न दे पाने की कमी तो खलती ही है।

खाने में क्या पसंद है?
मैं पूरी तरह से शाकाहारी हूं मैं अंडा तक नहीं खाता । शाकाहारी खाने में मैं सभी  डिश खाता हूं। इसके अलावा मैं ध्रूमपान और शराब जैसी सेहत हानिकारक चीजों का विरोधी हूं। न करता हूं और न ही मुझे पसंद है कि कोई मेरे सामने करें।

खाली समय कैसे बीताते है
खाली समय मिलता ही कहां है जब क•ाी मिलता है तो परिवार के साथ या फिर सोशल मिडिया पर सक्रिय रह कर गुजारता हूं।

कौन नेता पसंद है आपको
मुझे हर वो नेता पसंद है जो विकास की बात करे और विकास का कार्य करें। देश और जनताहित की बात करने वाला ही असल में सबसे अच्छा नेता है मेरी नजर में। संप्रदायिकता फैलाने वाले और लोगों को लड़ाकर अपना काम निकालने वाले कभी  नेता हो ही नहीं सकते है। इसके अलाव मेरे पंसदीदा जो है वो कलाम साहब है उनसे मुझे प्रेरणा मिलती है।

ट्रांस गोमती में लूट चोरी की घटनाएं बढ़ गई है इसके बारे में आप क्या कहेंगे ?
मैं मानता हू कि इधर कुछ दिनों से घटनाऐ बढ़ गई है मगर जब से सीसीटीवी कैमरे लगे है तब से हमारा और हमारे वि•ााग का जो आकलन है उसमें पिछल्ले के मुकाबले अब घटनाऐं कम हुई है। बाकी ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है संदिग्ध बाइक सवार को पकड़ कर सीधे थाने में लाने का आदेश दिया गया है। बैंक के 500 मीटर के दायरे में कोई •ाी संदिग्ध व्यक्ति या बाइक  नजर आती है तो उसपर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।

युवाओं के लिए संदेश
आज के युवा बहुत प्रतिभाशाली है वो देश का भविष्य है उनको अध्ययन और परिश्रम करके अपने लक्ष्य को हासिल करे। लोगों से मोटिवेशन ले और अपने लक्ष्य को सही तरीके से प्राप्त करें उसके लिए शार्ट कट न अपनाये। क्योकि अपराध चाहे जैसा हो उसका हाल हमेशा बुरा ही होता है। ऐसे में मैं अपने शहर के युवाओं से कहना चाहता हू कि वो सही तरीके से अपना काम करे। नशा, अपराध जैसे गैर कानूनी चीजों से दूर रहें।

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